Sunday, February 15, 2009

सोने में निवेश में 2009 की पहली छमाही तक रहेगा अधिकतम लाभ

इस समय ज्यादातर निवेशक गोल्ड ईटीएफ में निवेश कर रहे हैं क्योंकि पिछले आठ वर्षों से सोने के दाम में लगातार बढ़ोतरी हो रही है और पिछले एक साल में शेयर बाजार के करीब 60 फीसदी नुकसान के मुकाबले सोने ने 27-30 फीसदी का मुनाफा दिया है। लेकिन बड़ा सवाल यही है कि एक निवेशक गोल्ड ईटीएफ में कब तक निवेश बरकरार रखे और कब बेचकर अधिकतम रिटर्न पा सके। गोल्ड एक्सपर्ट की माने तो सोना इस साल तक अधिकतम 17,000 रुपए तक जा सकता है लेकिन इस मुनाफे को अपना बनाने के लिए निवेशकों को थोड़ा सतर्क रहने की जरूरत है। उनके मुताबिक सोने में निवेश करीब तीन से छह महीने तक अधिकतम प्रॉफिट कमा सकता है। कमोडिटी विशेषज्ञ टी ज्ञानशेखर का कहना है सोना 2009 में अधिकतम 17,000 रुपए तक जा सकता है। उन्होंने कहा कि यदि अमेरिकी-यूरोपीय बाजार में मंदी का दौर एक साल से लंबा खिंचता हैं, और ज्यादा बुरी खबरें आती हैं, तो उस हालात में सोना 20 हजार तक जा सकता है। लेकिन घरेलू बाजार में फिजिकल गोल्ड की मांग का दबाव रहता है इसलिए सोने के दाम इस स्तर तक पहुंचना मुश्किल लगता है और मंदी खत्म होने के बाद सोने के दामों में कमी आना शुरू हो जाएगा। ज्ञानशेखर के मुताबिक निवेशक को तीन से छह महीने तक सोने में निवेश रखना चाहिए क्योंकि इस साल की पहली छमाही के बाद दामों में कमी आ सकती है। सभी निवेश के साधनों से बेहतर रिटर्न दे रहे सोने में निवेशक ईटीएफ के जरिए निवेश कर रहे हैं। राजेश एक्सपोर्ट के मैनेंजिंग डायरेक्टर राजेश मेहता के मुताबिक अन्य संपत्ति श्रेणियों की साख खत्म होने के कारण सोना निवेश के सबसे पसंदीदा विकल्प के रूप में उभरा है। पिछले 8 वर्षों से सोने में तेजी का रुख है लेकिन 2009 के बाद मंदी खत्म होने लगेगी इसलिए निवेशक को अधिकतम लाभ इसी साल तक मिल सकता है। सोना खरीदने वालों को करीब छह से आठ महीने का इंतजार करना चाहिए। विशेषज्ञों के अनुसार सोने की इस चमक के पीछे दो अहम कारण हैं। एक तो यह कि महंगाई से बचाव के रूप में सोने का इस्तेमाल किया जाता है और दूसरा यह कि मंदी के कारण कच्चे तेल का मिजाज ठंडा हो चुका है और इससे महंगाई का जोखिम भी घट गया है। हालांकि अमेरिकी अर्थव्यवस्था में मंदी की आशंका है जिसके कारण डॉलर से होने वाला जोखिम कम करने के लिए सोने की मांग बढ़ी है। वल्र्ड गोल्ड काउंसिल के निदेशक (भारत) धर्मेश सोढ़ा ने कहा, 'वित्तीय उथल-पुथल ने सोने पर लोगों का भरोसा बढ़ाया है। दुनिया के सभी ईटीएफ के पास इस समय 1,011 टन सोना है और मांग अब भी बढ़ रही है। गीतांजलि ग्रुप के चेयरमैन मेहुल चोकसी के मुताबिक, 'अभी सोने की कीमत में काफी उतार-चढ़ाव देखा जा रहा है। एक हफ्ते के भीतर ही इसकी कीमतें 15,000 रुपए प्रति 10 ग्राम के स्तर पर पहुंच सकती हैं। साथ ही अगले कुछ महीनों में इसके भाव 16,000 रुपए तक पहुंच जाएं तो हैरान होने की जरूरत नहीं है।

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